
पुष्पलता सिंह ने पूर्ण श्रद्धा और संवेदना के साथ मुखाग्नि देकर प्रस्तुत किया मानवता का अनुपम उदाहरण

गोरखपुर। जिन्हें अपनो ने ठुकराया उन्हें अम्मा पुष्पलता सिंह ने अपनाया।मेडिकल कॉलेज में इलाज हेतु भर्ती अनीता देवी की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।पति डेड बॉडी लेने को तैयार नहीं था।ऐसे में करुणा, सेवा और मानवता की भावना को साकार करते हुए मातृ आंचल सेवा संस्थान, गोरखनाथ, गोरखपुर द्वारा लावारिस अनीता देवी के शव का सम्मानपूर्ण अंतिम संस्कार कराया गया। संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष, देहदानी, अंगदानी एवं रक्तदानी पुष्पलता सिंह ‘अम्मा’ ने पूर्ण श्रद्धा और संवेदना के साथ मुखाग्नि देकर मानवता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।
इस पुनीत कार्य में कई सहयोगियों ने निःस्वार्थ भाव से धन दान कर अपना योगदान दिया, जिनमें अनिल सिंह कस्टम विभाग,शिक्षिका अर्चना सिंह, खुशबू सिंह , विभा पाण्डेय , शुभ्रा श्रीवास्तव , एस.पी. शुक्ला , नितेश पाण्डेय, अंकिता पांडेय (पिपरोली), कंचनलता जायसवाल,ममता शेखर श्रीवास्तव, तथा ममता सिंह विशेष रूप से शामिल रहीं। इसके अतिरिक्त कई दानदाताओं ने गुमनाम रहकर भी सहयोग किया।
इस अवसर पर सामाजिक एवं प्रशासनिक सहयोग हेतु एसएचओ राजघाट ,चौकी प्रभारी मेडिकल कॉलेज श्री विकास कुमार मिश्रा, चौकी प्रभारी ट्रांसपोर्ट नगर तथा अभिषेक सर की उपस्थिति भी सराहनीय रही।मातृ आंचल सेवा संस्थान वर्षों से अक्षम, बेसहारा, बीमार, एवं लावारिस मानवों एवं जंतुओं की सेवा में निरंतर कार्यरत है। संस्था की अध्यक्षा पुष्पलता सिंह ‘अम्मा’ द्वारा नियमित रूप से रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया जाता है। वे व्यक्तिगत रूप से भी जरूरतमंदों की सहायता और सेवा कार्यों में सदैव अग्रणी रहती हैं।
संस्था ने यह भी संकल्प लिया है कि भविष्य में भी लावारिस शवों का उनके धर्म एवं परंपरा के अनुसार सम्मानजनक अंतिम संस्कार जारी रहेगा, ताकि हर आत्मा को शांति और सम्मान मिल सके।पुष्पलता सिंह अम्मा ने कहा, “मानव मात्र की सेवा ही सच्चा धर्म है। लावारिस समझे जाने वाले लोग भी हमारे अपने हैं — उन्हें सम्मान देना ही हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।”संस्था ने सभी सहयोगियों, अधिकारियों, एवं दानदाताओं का हृदय से आभार प्रकट किया और आगे भी मानवता की सेवा में सभी को जुड़ने का आग्रह किया व कहीं रोड पर कोई अक्षम, बेसहारा,बीमार लावारिश जरूरतमंद मानव या जानवर दिखे तो उनकी मदद हेतु सूचना देने हेतु निवेदन किया।
