सालाना उर्स के दौरान जवाबी कव्वाली का लोगों ने उठाया लुत्फ़

अयोध्या बीकापुर।
विकासखंड क्षेत्र के तोरो माफी दराबगंज में स्थित शहीदे आजम मर्द बाबा की दरगाह पर दो दिवसीय पारंपरिक सालाना उर्स का आयोजन शुक्रवार की रात जवाबी कव्वाली के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ। बाबा की दरगाह पर दो दिवसीय सालाना उर्स में पहले दिन बृहस्पतिवार को तकरीर का आयोजन हुआ। बाबा के मजार पर तकरीर और फतिया पढ़ा गया। दूसरे दिन गुरुवार को सुबह गागर और चादर का कार्यक्रम हुआ।
शाम को बाबा की दरगाह परिसर में मेले का आयोजन हुआ। सालाना उर्स जलसे में तमाम जायरीनों ने बाबा की मजार पर पहुंचकर शीश झुकाया तथा मन्नतें मांगी। रात भर मेला लगा रहा और जवाबी कव्वाली का आयोजन हुआ। तकरीर एवं जवाबी कव्वाली में बाबा की शान में कसीदे पढ़े गए। कार्यक्रम के संरक्षक प्रधान अहमद रजा द्वारा जवाबी कव्वाली का शुभारंभ कराया गया। जवाबी कव्वाली के दौरान चाहत वारसी लखनऊ एवं फैजान वारसी फैजाबादी ने जवाबी कव्वाली के दौरान अपने फन का हुनर पेश किया और शमा बांध दिया।
हल्की ठंड के बावजूद जवाबी कव्वाली की महफिल में मौजूद शौकीनों ने रात भर जवाबी कव्वाली का लुफ्त उठाया। आयोजक मंडल द्वारा आगंतुकों का आभार जताया। प्रधान अहमद रजा ने बताया कि काफी अरसे से बाबा की दरगाह पर सालाना उर्स का आयोजन होता रहा है। आयोजन में क्षेत्र के हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के जुड़े लोग आर्थिक सहयोग करने के साथ शिरकत करके हिंदू मुस्लिम एकता और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करते हैं।
इस मौके पर मोहम्मद लतीफ, रामकुमार निषाद, अजमत, रामू निषाद, कृष्णा सोनी, पूर्व बीडीसी सदस्य अवधेश उपाध्याय, जफर, मैनुद्दीन, महमूद अहमद, अरशद, बबलू, गुलजार, चांद, सोनू आदि लोग आयोजन को सफल बनाने में लग रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोतवाली पुलिस भी मौजूद रही।
